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किसी भी राज्य का शहर मुखौटा होता है, सफाई को देना है स्थायी रूप : एके शर्मा

  • नगर विकास मंत्री ने सफाई अभियान की समीक्षा की

लखनऊ। किसी भी राज्य के शहर मुखौटा होते हैं। शहरों की सुन्दरता और व्यवस्थित व सुगम जीवनशैली को देखकर ही बाहरी व्यक्ति आकर्षित होता है और वैसी ही धारणा बनाता है। शहरों की साफ-सफाई एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य विगत 5-6 महीनों से लगातार चल रहा है। सभी के सहयोग से इसके बेहतर परिणाम भी आये हुए हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। मैन और मशीन का समुचित प्रयोग कर सफाई को एक स्थायी रूप देना है, जिससे नगरीय जीवन में सुखद परिवर्तन आ सके। ये बातें नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कही।

वे जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘‘संगम’’ में निकाय अधिकारियों के साथ चलाए गये विभिन्न सफाई अभियानों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने 75 घंटे सफाई अभियान की सफलता पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रदेश के सभी 750 निकायों में 3100 कूड़ा स्थलों को चिन्हित कर पूरी तरह से साफ किया गया है। इस अभियान से 1710621 केजी गीला कूड़ा, 2190081 केजी सूखा कूड़ा तथा 1453949 केजी सी एण्ड डी वेस्ट को अलग कर वैज्ञानिक रूप से निस्तारित किया गया। इस दौरान सफाई अभियान में छोटे-बड़े 5903 वाहन तथा 29970 मैनपावर का उपयोग किया गया। यहां पर निरन्तर साफ-सफाई बनाये रखने के लिए सुन्दरीकरण का कार्य कराया जा रहा है।

ए0के0 शर्मा ने बताया कि 75 घंटे के सफाई अभियान में 829603 लोगों ने अपनी जन-भागीदारी दी। इसमें 28309 स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के सदस्य, 42163 विद्यार्थी, 2110 एनसीसी के सदस्य, 1329 एनजीओ के सदस्य, 11246 सीएसओ के सदस्य, 2916 मीडिया पार्टनर एवं 15124 जन-प्रतिनिधियों ने मिलकर इस अभियान को ऐतिहासिक सफलता प्रदान की।

नगर विकास मंत्री ने निर्देशित किया कि जल निगम द्वारा खोदी गयी शहरों की सभी सड़कों को 12 दिसम्बर से पहले पूरी तरह से सही करना होगा, जिससे कि लोगों को आने-जाने में किसी भी तरह की परेशानी न हो। इस कार्य में देरी पर सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी शहरों के चौराहों का सुन्दरीकरण कराया जाय। जेब्रा क्रासिंग एवं डिवाइडर की पेंटिंग करायी जाय। चौराहों से अवैध होर्डिंग एवं पोस्टर-बैनर शीघ्र हटाई जाय। बैठक में निदेशक नेहा शर्मा, निदेशक सूडा यशु रस्तोगी, अपर निदेशक डॉ0 अन्सारी आदि मौजूद थे।

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