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जब सदन में सीएम योगी ने कहा- गर्मी दिखाने की जरूरत नहीं है!

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज किसान आंदोलन को लेकर राजनीति हो रही है. कौन नहीं जानता है कि किसानों के नाम पर राजनीति हो रही है. नरेंद्र मोदी सरकार के नेतृत्व में किसानों का हित हुआ है और आगे भी किसानों का हित होगा. कहीं कोई नुकसान नहीं होने वाला है. इस पर सपा, बसपा, कांग्रेस के विधान परिषद सदस्यों ने उन्हें रोकते हुए किसानों को प्रताड़ित करने की बात कही. जिस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुनिए बैठ जाइए पहले पूरी बात सुन लीजिए. सीएम ने आगे कहा कि अपने घर की खीझ को यहां मत निकालिए.
‘जैसी भाषा समझते हैं उसी में समझाते हैं, वही डोज देता हूं’
सीएम ने कहा कि आप किस प्रकार की भाषा समझते हैं, उसको मैं जानता हूं, और उसी के अनुरूप समय-समय पर डोज देता हूं. उन्होंने कहा कि चिंता मत कीजिए आप जो भाषा समझते हैं, उसी भाषा में आप को समझाने का काम किया जाएगा. सीएम के इस प्रकार के बयान पर समाजवादी पार्टी व अन्य विपक्षी सदस्यों ने कहा कि यह मुख्यमंत्री किस प्रकार से डोज देने और समझाने की बात करते हैं. यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है और न बर्दाश्त करने योग्य है. इस पर सदन में हंगामा भी हुआ. सीएम ने आगे कहा कि यह सदन है, आप पहले सदन के शिष्टाचार को सीखिए और तब बात करिए. बात करने की एक आदत डालनी चाहिए, इसको ठीक से देखना चाहिए.
‘सदन में गर्मी दिखाने की जरूरत नहीं है’
सीएम योगी ने आगे कहा कि यहां गर्मी दिखाने की आवश्यकता नहीं है, यहां गर्मी मत दिखाइए. यह सदन है, सदन की गरिमा और मर्यादा के अनुरूप आचरण दिखाइए और मर्यादा का पालन करना सीखिए. सामान्य शिष्टाचार को भी आप विपक्षी सदस्यों को सीखना चाहिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि आप लोग किस भाषा को समझते हैं, मैं ठीक तरीके से जानता हूं. और जो जिस भाषा को समझेगा उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा. सुनने की आदत डालनी चाहिए. अगर आप बोलते हैं तो सुनने की भी आदत डालिए.
सभापति ने कराया विपक्षी सदस्यों को शांत
सभापति ने समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम पटेल अरुण पाठक आनंद भदौरिया सहित अन्य सदस्यों को अपनी सीट पर बैठने की बार-बार हिदायत भी दी. कहा कि बीच में बोलना ठीक नहीं है, उनका यह अच्छा आचरण नहीं है. इस पर सपा विधान परिषद सदस्यों ने कहा कि हम सुनना चाहते हैं, लेकिन गलत भाषा और अमर्यादित भाषा को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा उन्हें मत समझाइए और न ही उत्तेजना दिखाइए. उत्तेजना दिखाने की आवश्यकता नहीं है, शांतिपूर्ण तरीके से सुन लीजिए. जब आपकी बारी आएगी तब जरुर बोलिएगा. किसे बोलना है यह सभापति को तय करना है, आपकी बारी आएगी तो आप जरुर बोलिएगा. लेकिन शांतिपूर्वक पहले दूसरे की बात सुनने की आदत जरूर डालिए.
‘मौका आने पर बोलिए बीच-बीच में बोलना ठीक नहीं’